Skip to main content

Posts

कमर की दबी हुई नस का 100% इलाज | slipdisk,sciatica,cervical pain

            कमर की दबी हुई नस का 100% इलाज नस दबना एक ऐसी स्थिति है जब आसपास के ( tissues) ऊतकों , जैसे हड्डियों , cartilage, मांसपेशियों या टेंडन द्वारा तंत्रिका (nerve) पर बहुत अधिक दबाव डाला जाता है। यह दबाव दर्द , झुनझुनी , सुन्नता या कमजोरी का कारण बन सकता है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और लाइफस्टाइल   की दिक्कतों की वजह से लोगों को तमाम तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है । लगातार लैपटाप पर काम करना , एसी जगहों पर रहना , सूरज की किरणों का ना मिलना और बहुत कम चलने फिरने की वजह से कई दिक्कतें आती हैं। इन दिक्कतों में नसों का दबना एक आम समस्या बन कर उभर रही है। नसों के दबने से बहुत सी समस्या होती है , दर्द से लेकर   दर्द कभी-कभार इतना तेज होता है , जीना दूभर कर सकता है।     100% cure for pinched waist nerve   दबी नस की स्थिति कहीं एक नहीं , बल्कि पूरे शरीर में कई क्षेत्रों में हो सकती है। उदाहरण के लिए , निचली रीढ़ में एक हर्नियेटेड डिस्क तंत्रिका (nerve)  जड़ पर दबाव डाल सकती है। इससे दर्द हो सकता है जो आपके...

कब है नर्मदा जयंती narmada jayanti 2024,

  नर्मदा मैया की जय हिंदू धर्म में गंगा की तरह नर्मदा को भी बहुत और पूजनीय नदी माना जाता है. भारत की 5 सबसे बड़ी नदियों में नर्मदा भी एक है. धार्मिक मान्यता के अनुसार माघ शुक्लपक्ष की सप्तमी तिथि को मां नर्मदा का जन्म हुआ था. इसलिए हर साल इसी तिथि में नर्मदा जयंती मनाई जाती है. आइये जानते हैं इस साल 2024 में कब है नर्मदा जयंती और क्या है इस दिन का महत्व.   || नर्मदे नर्मदे नर्मदे नर्मदे नर्मदे नर्मदे नर्मदे हर हर नर्मदे || कब है नर्मदा जयंती नर्मदा जयंती इस साल शुक्रवार , 16 फरवरी 2024 को मनाई जाएगी. नर्मदा जयंती माघ शुक्ल की सप्तमी को होती है. पंचांग के अनुसार 15 फरवरी को सुबह 10 बजकर 12 मिनट से सप्तमी तिथि शुरू हो जाएगी और 16 फरवरी सुबह 08:54 पर इसका समापन होगा. इस तरह से उदायतिथि के मुताबिक नर्मदा जयंती 16 फरवरी को मनाई जाएगी. नीलकंठ फार्मेसीशास्त्रोक्त जैविक आयुर्वेदिक औषधियां के निर्माता एवं विक्रेता                  नर्मदा जयंती का महत्व नर्मदा जयंती के दिन प्रात:काल पवित्र नदी में भक्त आस्था की डुबकी लग...
                      शरीर में सोडियम की मात्रा कम होने पर क्या होता है नमकजरूरी पर जानलेवा  नमक जरूरी पर जानलेवा भी : हेल्दी नमक का फॉर्मूला- सोडियम कम , पोटैशियम ज्यादा , अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की स्टडी जिंदगी में नमक होना अच्छी और जरूरी बात है , लेकिन यही अगर जरूरत से ज्यादा हो जाए तो खतरनाक भी हो सकता है। पिछले दो दशकों से नमक की मात्रा को लेकर अलग-अलग संस्थाएं लोगों को सचेत कर रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) के अनुसार दुनिया में औसतन लोग प्रतिदिन 10.8 ग्राम नमक खा रहे हैं , जो शरीर की जरूरत के दुगुने से भी ज्यादा है। ICMR ( भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक औसत भारतीय WHO और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा सुझाई गई मात्रा से ज्यादा नमक का सेवन कर रहा है। भारतीय प्रतिदिन 8 ग्राम नमक खा रहे हैं , जबकि WHO सिर्फ 5 ग्राम नमक खाने की सलाह देता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने हाल ही में नमक को लेकर एक महत्वपूर्ण स्टडी की है , जो भारत , अमेरिका , ऑस्टेलिया , जापान , साउथ अफ...